By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: गीत, ग़ज़ल और कविताओं ने बांधा समाँ 
Share
Notification Show More
Latest News
दुबई से लौटा युवक बना चेन स्नैचर, पुलिस ने 12 घंटे में पकड़ा
क्राइम
अगले वर्ष अप्रैल से जमीनों की रजिस्ट्री होगी वर्चुअल
उत्तराखंड
रैपिड रेल का विस्तार हरिद्वार तक करने की तैयारी 
उत्तराखंड
गोदियाल फिर उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष
उत्तराखंड
दून में कार से बाहर चापड़ लहराना पड़ा भारी, गिरफ्तार
क्राइम
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > उत्तराखंड > गीत, ग़ज़ल और कविताओं ने बांधा समाँ 
उत्तराखंड

गीत, ग़ज़ल और कविताओं ने बांधा समाँ 

Web Editor
Last updated: 2025/11/10 at 6:08 PM
Web Editor
Share
2 Min Read
SHARE

Multilingual Poets’ Meet Captivates Audience at Himalayan Cultural Centre in Dehradun

देहरादून, 10 नवंबर2025 : हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र में संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित बहुभाषी कवि सम्मेलन में गीत, ग़ज़लों और कविताओं का ऐसा जादू चला कि पूरा सभागार साहित्यिक रंग में सराबोर हो गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से हुई।

काव्य-पाठ की शुरुआत युवा शायर राजकुमार राज़ ने अपनी पंक्ति “झूठ कितना भी हो दमदार मगर सच की बुनियाद हिलाने से रहा” सुनाकर की, जिसने श्रोताओं को तुरंत ही बांध लिया। कुमाऊँनी कवि भूपेंद्र बसेड़ा की कविता “आहा कतुक बान हैगी… हमोरो उत्तराखण्ड ज्वान हैगी” को जबरदस्त सराहना मिली।

श्रीकांत श्री ने उत्तराखंड की महानता को समर्पित गीत “इसी धरा पर भागीरथ ने कठिन तपस्या की थी…” गुनगुनाकर तालियाँ बटोरीं। संचालन कर रहे लक्ष्मी प्रसाद बडोनी ‘दर्द गढ़वाली’ ने अपनी मार्मिक ग़ज़ल “क्या-क्या चीजें रख रक्खी थी बक्से में…” सुनाकर भावनात्मक वातावरण बना दिया।

रंवाल्टी कवि महाबीर रंवाल्टा की कविता ‘ढोल बणें…’ और जौनसारी कवि फकीरा सिंह चौहान की रचना “सुखो कै सबिया साथी…” को भी विशेष पसंद किया गया।

गढ़वाली कवि भूपेंद्र सिंह कंडारी ने पहाड़ की विकास योजनाओं पर तीखा व्यंग्य करते हुए यह कविता सुनाई—
“जू नहीं जाणदा कि ह्वै उकाल उन्दार,
जौन नि बोकिन मौला कन्या,
नी लगे मोल-जोल,
तौन बणायिन एसी कमरों मां बैठी
मेरे पहाड़ की विकास योजनाएं।”

उनकी इन पंक्तियों ने श्रोताओं के बीच गहरा प्रभाव छोड़ा।

इस दौरान नीरज नैथानी ने “बिना आंसू कु डबकणु छौं…” कविता पर तालियाँ बटोरीं। डॉ. नंदलाल भारती की जौनसारी रचना “भल माणशो मनखियो…” को भी खूब सराहा गया।

कार्यक्रम में ‘आवाज़ सुनो पहाड़ों की’ के संयोजक नरेंद्र रौथाण, भाजपा प्रवक्ता सुरेश जोशी, उमेश कन्नौजिया, भारत चौहान, अनिल चन्दोला, भुवन प्रकाश बडोनी, प्रेम पंचोली सहित अनेक साहित्यप्रेमी उपस्थित रहे।

You Might Also Like

अगले वर्ष अप्रैल से जमीनों की रजिस्ट्री होगी वर्चुअल

रैपिड रेल का विस्तार हरिद्वार तक करने की तैयारी 

गोदियाल फिर उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष

स्मार्ट सिटी जैसा बनेगा गैरसैंण

सौतेली मां के सताए बच्चों का सहारा बने डीएम 

TAGGED: a multilingual poets' meet organized by the Culture Department featured captivating songs, and Hindi poets, and poems from Kumaoni, At the Himalayan Cultural Centre in Dehradun, drawing enthusiastic applause from the audience., Garhwali, ghazals, Jaunsari
Web Editor November 10, 2025
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article दिल्ली में विस्फोट के बाद उत्तराखंड में हाई अलर्ट 
Next Article सौतेली मां के सताए बच्चों का सहारा बने डीएम 
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

दुबई से लौटा युवक बना चेन स्नैचर, पुलिस ने 12 घंटे में पकड़ा
क्राइम November 12, 2025
अगले वर्ष अप्रैल से जमीनों की रजिस्ट्री होगी वर्चुअल
उत्तराखंड November 12, 2025
रैपिड रेल का विस्तार हरिद्वार तक करने की तैयारी 
उत्तराखंड November 11, 2025
गोदियाल फिर उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष
उत्तराखंड November 11, 2025

Recent Posts

  • दुबई से लौटा युवक बना चेन स्नैचर, पुलिस ने 12 घंटे में पकड़ा
  • अगले वर्ष अप्रैल से जमीनों की रजिस्ट्री होगी वर्चुअल
  • रैपिड रेल का विस्तार हरिद्वार तक करने की तैयारी 
  • गोदियाल फिर उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष
  • दून में कार से बाहर चापड़ लहराना पड़ा भारी, गिरफ्तार

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,833)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,788)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (4,279)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (4,126)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (4,069)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?