By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: केंद्रीय रेशम बोर्ड  शत प्रतिशत वित्तीय सहायता और तकनीकी सहायता में करेगा सहयोग
Share
Notification Show More
Latest News
वीकेंड पर मसूरी के लिए पुलिस ने जारी किया यातायात प्‍लान
उत्तराखंड
रुद्रप्रयाग बस हादसा : सुबह फिर शुरू हुआ खोज अभियान, एक शव मिला, मरने वालों की संख्‍या बढकर चार हुई
क्राइम
व्हाइट हाउस नहीं जनाब, अब डैडीज़ होम कहिए
देश-विदेश
प्रोजेक्‍ट एलीफेंट : 3,452.4 किमी संवेदनशील रेलवे खंडों मे 77 उच्च जोखिम वाले क्षेत्र
देश-विदेश
महिला ने रेलवे ट्रैक पर दौडा दी कार, अब पुलिस हिरासत में
देश-विदेश
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > उत्तराखंड > केंद्रीय रेशम बोर्ड  शत प्रतिशत वित्तीय सहायता और तकनीकी सहायता में करेगा सहयोग
उत्तराखंड

केंद्रीय रेशम बोर्ड  शत प्रतिशत वित्तीय सहायता और तकनीकी सहायता में करेगा सहयोग

Web Editor
Last updated: 2023/10/20 at 11:55 AM
Web Editor
Share
5 Min Read
SHARE

देहरादून : केन्द्रीय रेशम बोर्ड, वस्त्र मंत्रालय, भारत  सरकार के नव नियुक्त सदस्य सचिव पी0 शिव कुमार (आई0एफ0एस0) द्वारा अपने दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम में केन्द्रीय रेशम बोर्ड के राजधानी देहरादून में स्थित  संस्थानों के साथ-साथ रेशम निदेशालय उत्तराखण्ड एवं उत्तराखण्ड को-आपरेटिव रेशम फेडरेशन के प्रेमनगर-देहरादून मुख्यालय के साथ राजकीय रेशम फार्म  झाजरा, ग्रोथ सेन्टर सेलाकुई का भ्रमण किया गया।     

सदस्य सचिव भारत सरकार द्वारा सर्वप्रथम सिल्क पार्क,  स्थित रेशम फेडरेशन के मुख्यालय पर अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह, प्रबंध निदेशक, आनन्द शुक्ला, निदेशक रेशम,  श्री प्रदीप कुमार, केन्द्रीय रेशम बोर्ड के अधिकारियों की उपस्थिति में फेडरेशन की वर्तमान की जा रही गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की गई। बैठक के दौरान प्रबंध निदेशक   द्वारा   भविष्य की योजनाओं को लेकर केन्द्रीय रेशम बोर्ड, भारत सरकार से वित्तीय एवं तकनीकी सहयोग की अपेक्षा की गई। सदस्य सचिव केन्द्रीय रेशम बोर्ड द्वारा इसी वित्तीय वर्ष में फेडरेशन की और से प्राप्त होने वाले प्रस्तावो    हेतु शत प्रतिशत वित्तीय सहायता प्रदान करने का आष्वासन दिया गया एवं सुझाव दिया गया कि आगामी 15 दिनों में एक विस्तृत परियोजना प्रस्ताव केन्द्रीय रेशम बोर्ड भारत सरकार को उपलब्ध करा दें, जिस पर शीघ्र आपको सहायता प्रदान की जायेगी। 

सदस्य सचिव भारत सरकार द्वारा फेडरेशन  द्वारा वर्तमान में की जा रही गतिविधियों की प्रशंसा की गई एवं सुझाव दिया गया कि आगामी 1 माह के अन्दर सभी उत्पादों पर उनकी विषिष्टता एवं बुनकर/लाभार्थी के विववरण वाले क्यू आर कोड लगा लिये जायें, जिसके लिये केन्द्रीय रेषम बोर्ड, आपको हर संभव सहायता प्रदान करेगा। केन्द्रीय रेषम बोर्ड द्वारा सिल्क पार्क में प्रस्तावित ‘‘ रेशम घर‘‘ का भी भौतिक निरीक्षण किया गया। उसके बाद सदस्य सचिव, केरेबो, भारत सरकार द्वारा ग्रोथ सेन्टर सेलाकुई में रेषम धागाकरण इकाई, साड़ी उत्पादन इकाई एवं कोया बाजार आदि का भ्रमण किया गया जहां पर स्थापित अवस्थापना सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की गई। 

सदस्य सचिव द्वारा ग्रोथ सेन्टर सेलाकुई में निदेषक, रेषम को सुझाव दिया गया कि यदि फेडरेषन को दूनसिल्क के उत्पादों के पूर्ण मूल्य श्रंखला में कोई अवस्थापना सुविधिा की आवश्यकता हो तो सिल्क समग्र-2 में कोसोत्तर सेक्टर में उपयुक्त योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं, यदि संघ की और से प्रस्ताव प्राप्त होता है तो के0रे0बो0, भारत सरकार, प्राप्त प्रस्तावों को प्राथमिकता पर वित्तीय सहायता करेगी।

शुक्रवार को दोपहर बाद रेशम निदेशालय उत्तराखण्ड, प्रेमनगर-देहरादून के मुख्यालय मंे निदेषक रेषम श्री प्रदीप कुमार जी द्वारा उनको औपचारिक स्वागत किया गया एवं रेषम निदेषालय की वर्तमान गतिविधियों, संचालित योजनाओं एवं प्रगति से सदस्य सचिव , केन्द्रीय रेषम बोर्ड, भारत सरकार  को अवगत कराया गया जिसमें विभागीय अधिकारियों के अतिरिक्त केन्द्रीय रेषम बोर्ड, नई दिल्ली, के अधिकारी, देहरादून में अवस्थित केन्द्रीय रेषम बोर्ड के अधिकारी भी सम्मिलित थेे। 

सदस्य सचिव द्वारा निदेषक रेषम को सुझाव दिया गया कि राज्य में गुणवत्ता युक्त रेशम बीज उत्पादन हेतु स्पष्ट नीति होनी चाहिये जिसके लिये उन्हें सरकार के साथ मिलकर आगे बढ़ना चाहिये एवं राज्य में बसंत और मानसून फसलों के अतिरिक्त एक अन्य कामर्षियल रेषम फसल प्रारभ्म करनी चाहिये एवं प्रदेष में चारों प्रकार के रेषम उत्पादन बढ़ाने हेतु ज्यादा से ज्यादा भौज्य पौघों का वृक्षारोपण का चरणवद्ध कार्य करना चाहिये जिससे आने वाले समय में राज्य में रेषम उत्पादन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकेगा और उत्तराखण्ड राज्य हिमालयी राज्यों में रेषम उत्पादन में प्रतिस्पर्धा में उच्चतम स्थान पर होगा। 

केन्द्रीय रेशम बोर्ड के सदस्य सचिव द्वारा निदेषक रेषम केेन्द्रीय रेशम बोर्ड, वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार की और से हर संभव सहायता एवं सभी परियोजना के लिये समयवद्ध ढ़ंग से धनराषि का आवंटन एवं धनराषि उपलब्ध कराने का शत प्रतिषत प्रयास किया जायेगा जिससे किसी विकास एवं स्वरोजगार की योजना/परियोजना पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। 

इस अवसर पर उक्त के अतिरिक्त रेषम विभाग के सहायत निदेषक श्री विनोद तिवारी, प्रबंधक रेषम फेडरेषन  मातबर कण्डारी के साथ केन्द्रीय रेषम बोर्ड के क्षेत्रीय संस्थान के प्रभारी वैज्ञानिक डा0 एस0एस0 चौहान, वैज्ञानिक-डी, श्री सुरेन्द्र भट्ट, वैज्ञानिक-डी, श्री सरदार सिंह, वैज्ञानिक डी सहित  विभागीय अधिकारी /कर्मचारी उपस्थित थे। 

You Might Also Like

वीकेंड पर मसूरी के लिए पुलिस ने जारी किया यातायात प्‍लान

मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रशासन पहुंचा लोकतंत्र सेनानी के द्वार

शिक्षण संस्थान और हॉस्टल को मेडिकल टेस्ट करने को राजी करें डीएम व एसएसपी : सीएस

मुख्‍यमंत्री ने किया लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित

मुख्यमंत्री जिलों में होने वाले तहसील एवं थाना दिवस के दौरान औचक रूप से होंगे शामिल

TAGGED: administration
Web Editor October 20, 2023
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article दुष्प्रचार के जरिये आँखों मे धूल झोंकने की कोशिश पर जनता से माफी मांगे कांग्रेस
Next Article घर में अकेली महिला की लूटपाट के बाद हत्‍या
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

वीकेंड पर मसूरी के लिए पुलिस ने जारी किया यातायात प्‍लान
उत्तराखंड June 27, 2025
रुद्रप्रयाग बस हादसा : सुबह फिर शुरू हुआ खोज अभियान, एक शव मिला, मरने वालों की संख्‍या बढकर चार हुई
क्राइम June 27, 2025
व्हाइट हाउस नहीं जनाब, अब डैडीज़ होम कहिए
देश-विदेश June 27, 2025
प्रोजेक्‍ट एलीफेंट : 3,452.4 किमी संवेदनशील रेलवे खंडों मे 77 उच्च जोखिम वाले क्षेत्र
देश-विदेश June 27, 2025

Recent Posts

  • वीकेंड पर मसूरी के लिए पुलिस ने जारी किया यातायात प्‍लान
  • रुद्रप्रयाग बस हादसा : सुबह फिर शुरू हुआ खोज अभियान, एक शव मिला, मरने वालों की संख्‍या बढकर चार हुई
  • व्हाइट हाउस नहीं जनाब, अब डैडीज़ होम कहिए
  • प्रोजेक्‍ट एलीफेंट : 3,452.4 किमी संवेदनशील रेलवे खंडों मे 77 उच्च जोखिम वाले क्षेत्र
  • महिला ने रेलवे ट्रैक पर दौडा दी कार, अब पुलिस हिरासत में

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,565)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,511)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (4,018)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (3,812)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (3,735)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?