By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: मुख्यमंत्री धामी के निर्णय ऐतिहासिकः पद्म श्री डाॅ. बीकेएस संजय
Share
Notification Show More
Latest News
 यहां महसूस कीजिए शाही मिजाज, अंदाज और स्वाद 
देश-विदेश
पहाड़ की पगडंडिया नाप गांव पहुचे अफसर, रात में लगाई चौपाल 
उत्तराखंड
अब अगले साल जून में होंगे फूलों की घाटी के दीदार 
उत्तराखंड
बच्चियों से छेड़छाड़ के बाद बवाल, दो आरोपी पकड़े गए, एक फरार
क्राइम
 रजत उत्सव में रोबोट ने सुनाई ये गाथा
उत्तराखंड
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > उत्तराखंड > मुख्यमंत्री धामी के निर्णय ऐतिहासिकः पद्म श्री डाॅ. बीकेएस संजय
उत्तराखंड

मुख्यमंत्री धामी के निर्णय ऐतिहासिकः पद्म श्री डाॅ. बीकेएस संजय

Web Editor
Last updated: 2024/07/05 at 11:57 AM
Web Editor
Share
2 Min Read
SHARE

देहरादून :  धामी सरकार ने पिछले तीन सालों में कुछ ऐसे साहसिक एवं ऐतिहासिक निर्णय लिए जैसे कि समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून, उपद्रवियों द्वारा नुकसान हुई सरकारी और निजी संपत्तियों के नुकसान करने पर उपद्रवियों या दंगाइयों से भरपाई और वन विभाग की सरकारी जमींन पर अतिक्रमण करने वालों को तय समय में हटाना, महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण और धर्म परिवर्तन के विरुद्ध कानून बनाना इत्यादि।

वरिष्ठ ऑर्थोपीडिक एवं स्पाइन सर्जन पद्म श्री डाॅ. बी. के. एस. संजय ने कहा कि गौरतलब है कि समान नागरिक संहिता एवं नकल विरोधी कठोर कानून बनाने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री धामी के कुशल मार्गदर्शन में बनाए गए कानूनों की अच्छाइयों को देखते हुए भारत सरकार इस तरह के कानून पारित करने की तैयारी कर रहा है। माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में बनाए गए कानून मील के पत्थर साबित होंगे और जिनके परिणाम न केवल अपेक्षित बल्कि दूरगामी होंगे।

मुलाकात के दौरान, पद्म श्री डॉ. बी. के. एस. संजय का नाम एक बार फिर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दुबारा उल्लेखित होने के लिए, मुख्यमंत्री धामी ने डॉ. संजय को बधाई एवं शुभकामनाऐं दी और कहा कि आप ऐसे ही भविष्य में अपने देश और प्रदेश उत्तराखण्ड का नाम विश्व पटल पर लाते रहें। डॉ. संजय और उनके सुपुत्र डॉ. गौरव संजय ने हाल ही में अपने द्वारा अंग्रेजी में लिखी ”फ्रॉम द पेन ऑफ सर्जन” पुस्तक की एक प्रति मुख्यमंत्री धामी को भेंट की। जिसके लिए मुख्यमंत्री धामी ने डाॅ. बी. के. एस. संजय और डॉ. गौरव संजय को बधाई एवं शुभकामनाऐं दी।

You Might Also Like

पहाड़ की पगडंडिया नाप गांव पहुचे अफसर, रात में लगाई चौपाल 

अब अगले साल जून में होंगे फूलों की घाटी के दीदार 

 रजत उत्सव में रोबोट ने सुनाई ये गाथा

शुक्रवार को दून में कई रूटों पर रहेगा ट्रैफिक डायवर्जन, पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

सड़क पर बेसहारा छोड़ी गाय तो 10 हजार जुर्माना

TAGGED: Chief Minister Dhami's decision is historic
Web Editor July 5, 2024
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article ई-मार्केटिंग पोर्टल्स के जरिये की जा सकेगी प्रदेश के स्थानीय उत्पादों की ऑनलाइन ख़रीदारी
Next Article रुद्रप्रयाग में तिलवाडा के पास वाहन खाई में गिरा, दो की मौत
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

 यहां महसूस कीजिए शाही मिजाज, अंदाज और स्वाद 
देश-विदेश November 1, 2025
पहाड़ की पगडंडिया नाप गांव पहुचे अफसर, रात में लगाई चौपाल 
उत्तराखंड November 1, 2025
अब अगले साल जून में होंगे फूलों की घाटी के दीदार 
उत्तराखंड November 1, 2025
बच्चियों से छेड़छाड़ के बाद बवाल, दो आरोपी पकड़े गए, एक फरार
क्राइम November 1, 2025

Recent Posts

  •  यहां महसूस कीजिए शाही मिजाज, अंदाज और स्वाद 
  • पहाड़ की पगडंडिया नाप गांव पहुचे अफसर, रात में लगाई चौपाल 
  • अब अगले साल जून में होंगे फूलों की घाटी के दीदार 
  • बच्चियों से छेड़छाड़ के बाद बवाल, दो आरोपी पकड़े गए, एक फरार
  •  रजत उत्सव में रोबोट ने सुनाई ये गाथा

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,804)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,758)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (4,249)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (4,094)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (4,031)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?