हिंदू धर्म में विवाह यानी सात जन्मों का बंधन। एक बार शादी हुुई तो सात जन्मों तक साथ निभाना ही होगा, लेकिन आधुनिक दौर में बहुत कुछ बदलने लगाा है। आधुनिक जीवन शैली के बीच तनाव कब हमारे अंदर घर कर गया किसी को पता ही नहीं चला। तमामम दबावों के चलते अब वैवाहिक रिश्तेे भी खतरे में हैं। भारत में तलाक के बढते मामले इसकी एक बानगी हैं, वहीं पश्चिमी देशों में तो तलाक जीवन में स्थायी भाव बनता जा रहा है।
शायद यही वजह है कि जापान में रिश्तों को टूट से बचाने के लिए एक अलग तरह का हल तलाशा गया है। यह हल है वीकेंड या सेपरेशन मैरिज।
वीकेंड या सेपरेशन मैरिज में विवाह के बाद भी सिंगल रहने का अहसास। वजह यह है कि पति पत्नी सप्ताहंत में ही मिलते हैं। जापान में ऐसा मानने वालों की संख्या बढ रही है जिन्हें लगता हैै कि इससे एक दूसरे के लिए प्रेम की भावना बनी रहती है। वे एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान भी करते हैं।