देहरादून : प्रदेश में मानसून के सक्रिय होने के बाद से लगातार बारिश का दौर जारी है। पहाडी क्षेत्रों में भूस्खलन से आवाजाही बाधित हो रही है। वहीं मौसम विभाग ने 11 जुुलाई तक के लिए यलो और आरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। हालात के मददेनजर शासन भी सक्रिय हो गया है। इसी को देखते हुए सचिव आपदा प्रबंधन डॉ रंजीत कुमार सिन्हा ने जिलाधिकारी हरिद्वार, नैनीताल तथा पिथौरागढ़ को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
केन्द्रीय जल आयोग कार्यालय अधिशासी अभियन्ता हिमालयी गंगा मण्डल, हरिद्वार से प्राप्त दैनिक जल स्तर एवं पुर्वानुमान दिनांक 07.07.2023 के क्रम में बाणगंगा (रायसी) हरिद्वार, धौलीगंगा (कनज्योति) पिथौरागढ़ एवं कोसी (बेतालघाट) नैनीताल नदियों में जलस्तर में हो रही वृद्धि के दृष्टिगत अपने-अपने जनपदों में निम्न सावधानियां बरतने हेतु प्रत्येक स्तर पर तत्परता एवं सुरक्षा बनाये रखते हुए आवागमन में नियंत्रण रखने, किसी भी आपदा / दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान करने, आपदा प्रबन्धन IRS प्रणाली के नामित समस्त अधिकारियो एवं विभागीय नोडल अधिकारियो को हाई अलर्ट में रहने, समस्त राजस्व उपनिरीक्षको , ग्राम विकास अधिकारियो , ग्राम पंचायत अधिकारियो को अपने क्षेत्रों में बने रहेंने,समस्त चौकी / थाने को भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस सहित हाई अलर्ट में
रहने, उक्त अवधि में किसी भी अधिकारी / कर्मचारी को मोबाईल / फोन स्विच ऑफ नहीं करने, अधिकारीगणो को बरसाती, छाता, टार्च हैलमेट तथा कुछ आवश्यक उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में रखने हेतु उचित कार्यवाही करने, उक्त अवधि में लोगों के फँसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल सुविधा की व्यवस्था करने, असामान्य मौसम, भारी वर्षा की चेतावनियों के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन की अनुमति न देने, नगर एवं कस्बाई क्षेत्रों में नालियों एवं कलवटों के अवरोधों को दूर करने को कहाा गया है।