हल्द्वानी: हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुए उपद्रव में पांच लोगों की गोली लगने से मौत की पुष्टि हो गई है। स्थानीय लोग पुलिस की गोली से मौत होने का आरोप लगा रहे हैं। अब पुलिस इसकी जांच कराएगी कि किस बंदक से मृतकों पर गोलियां चली हैं। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि गोलियों की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। जांच के बाद पता चलेगा कि गोली किस बंदूक से चली है। इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
बनभूलपुरा के सामने कई पुलिसकर्मियों ने अपने दोपहिया वाहन खड़े किए थे। हिंसा में ये वाहन जल गए। अब तक किसी भी पुलिसकर्मी से उच्चाधिकारियों ने यह नहीं पूछा है कि उनका क्या नुकसान हुआ है। एक पुलिस कर्मी ने बताया कि उनकी बाइक थाने में आग लगने के कारण जल गई। हमसे अब तक इसकी सूची नहीं मांगी गई है।
हल्द्वानी में सबसे अधिक मुकदमे हल्द्वानी कोतवाली में दर्ज होते हैं। कोतवाली क्षेत्र में मुकदमे दर्ज होने के मामले में दूसरे नंबर में बनभूलपुरा थाना आता है। बनभूलपुरा थाने में आगजनी से कई आपराधिक रिकॉर्ड जल गए हैं। अब पुलिस रिकॉर्ड का मिलान कर रही है। अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि कितने रिकॉर्ड जले हुए हैं।
लोक निर्माण विभाग बनभूलपुरा थाने को रिस्टोर कर रहा है। साथ ही जले हुए रिकॉर्ड और बचे हुए अभिलेख पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिए हैं। बनभूलपुरा थाना पुलिस रिकॉर्ड का मिलान कर रही है। ऑफलाइन रिकॉर्ड को भी खंगाला जा रहा है। साथ ही कंप्यूटर की हार्डडिस्क भी आग लगने से डैमेज हुई है। इसे आईटी एक्सपर्ट रिकवर करने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार अब तक पता नहीं चल पाया है कि कितने क्रिमनल का रिकॉर्ड बचा हुआ है। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि रिकॉर्ड का मिलान किया जा रहा है। इसमें समय लगेगा।बता दें कि, उपद्रवियों ने 70 से अधिक वाहनों ने आग के हवाले कर दिया। इसमें तीन जेसीबी शामिल हैं, जिनमें दो जेबीसी निगम ने किराए पर मंगाई थी, जबकि एक जेसीबी निगम की है।वहीं, इस दौरान 300 से अधिक पुलिसकर्मी और निगमकर्मी घायल हो गए। उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाना भी फूंक दिया।
मलिक के बगीचे के चारों ओर से पथराव में फंसने के बाद किसी तरह पुलिस फोर्स यहां से निकलकर मुख्य सड़क पर पहुंच सकी। मगर यहां भी बनभूलपुरा थाने को आग के हवाले कर दिया गया था। आग बुझाने पहुंचे दमकल वाहन को भी उपद्रवियों ने आग लगा दी। जिसके बाद पुलिस ने उपद्रवियों को तितर बितर करने के लिए हवाई फायरिंग की। इस दौरान एके 47, एसएलआर और पिस्टल से पुलिस ने करीब सैकड़ों राउंड हवाई फायरिंग की। इसके बाद भी पथराव होने पर पैरों में गोली मारी जाने लगी। जानकारी के अनुसार उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस टीम ने 350 राउंड से अधिक बार फायरिंग की। जिसके बाद लोग मौके से इधर उधर होने लगे।