डोईवाला (देहरादून): हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट की ओर से मासिक धर्म स्वच्छता पर विभिन्न जागरुकता व प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके तहत आशा कार्यकर्ताओं को ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और लड़कियों को मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन के बारे में जानकारी दी गई।
स्वामी राम हिमालयन विश्विद्यालय (एसआरएचयू) के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग ने ग्रामीण स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र (आरएचटीसी) गौहरीमाफी में आशा कार्यकर्ताओें के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। विभागाध्यक्ष डॉ. एके. श्रीवास्तव ने कहा कि मासिक धर्म स्वास्थ्य केवल स्वास्थ्य का नहीं यह एक मानवाधिकार का मुद्दा भी है। डॉ. अभय श्रीवास्तव ने बताया कि मासिक धर्म स्वच्छता दिवस हर साल 28 मई को मनाया जाता है। इस वर्ष मासिक धर्म स्वच्छता दिवस की थीम है टुगेदर फॉर ए पीरियड फ्रेंडली वर्ल्ड। इसका उद्देश्य चुप्पी तोड़ना, जागरूकता बढ़ाना और मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता के आसपास नकारात्मक सामाजिक मानदंडों को बदलना है। डॉ. नेहा शर्मा ने संक्रमण और अन्य स्वास्थ्य जोखिमों सहित खराब मासिक धर्म स्वच्छता के महत्वपूर्ण स्वास्थ्य प्रभावों पर जानकारी दी। उन्होंने स्वच्छ और सुरक्षित मासिक धर्म उत्पादों की आवश्यकता और उचित निपटान विधियों के महत्व पर जोर दिया। इसके साथ सैनिटरी पैड, मासिक धर्म कप और कपड़े के पैड जैसे मासिक धर्म स्वच्छता बनाए रखने का प्रशिक्षण दिया गया। मासिक धर्म के बारे में आम मिथकों और भ्रांतियों को भी दूर किया। कार्यक्रम में पर डॉ. अवनी गुप्ता, अल्बर्ट ग्रेस, आकाश, आरुषि, आंचल, गार्गी त्यागी, रीता भट्ट, आराधना दूधपुरी ने सहयोग दिया।