रुद्रप्रयाग : मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश को लेकर जारी अलर्ट को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने श्री केदारनाथ धाम में आ रहे श्रद्धालुओं से विशेष सतर्कता बरतने के साथ ही अत्यधिक बारिश में यात्रा न करने की अपील की है।
उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल कुमार शुक्ला ने श्री केदारनाथ धाम के दर्शनों को पहुंच रहे तीर्थ यात्रियों से स्थानीय प्रशासन व मौसम विभाग से मौसम की जानकारी लेने के बाद ही यात्रा शुरू करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि श्रावण मास में हो रही अत्यधिक बारिश के कारण जगह-जगह यात्रा मार्गों में पत्थर गिर रहे हैं जिससे सुरक्षा की दृष्टि से यात्रा करना उचित नहीं है। उन्होंने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग के चीरबासा, गौरीकुंड व लिनचोली आदि स्थानों में पत्थर गिरने की संभावना बनी रहती है। इसके अलावा रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग के फाटा के डोलिया देवी मंदिर के समीप पत्थर गिरने की संभावना रहती है। ऐसी स्थिति में उन्होंने सभी से सतर्कता के साथ यात्रा करने की अपील की है। साथ ही जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय से संपर्क कर ही यात्रा शुरू करने की अपील की है।
रुद्रप्रयाग जिले के सड़क मार्गों की स्थिति का जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ले रहे हैं जायजा
जनपद रुद्रप्रयाग में निरन्तर हो रही बारिश के चलते जनपद के कतिपय भूस्खलन जोन के सक्रिय हो जाने के दृष्टिगत आम जनमानस व जनपद में आ रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत जनपद के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने मानसूनी सीजन में की जाने वाली कार्यवाही की कार्ययोजना को लागू किये जाने हेतु अधीनस्थों सहित विभिन्न विभागीय अधिकारियों के दायित्व निर्धारित किये गये हैं।
मानसून अवधि शुरू होने के साथ ही जिला प्रशासन, पुलिस विभाग व आपदा प्रबन्धन सहित अन्य कार्यदायी संस्थाओं से सम्बन्धित विभागों के स्तर से केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग सहित जनपद के सभी संवेदनशील एवं भू-स्खलन सम्भावित क्षेत्रों का चिन्हीकरण पहले से ही कर लिया गया था। प्रशासन के स्तर से पूर्व में ही मानसून अवधि के दौरान भारी बारिश के चलते सड़क मार्ग बन्द होने की स्थिति में इन मार्गों को यातायात हेतु पुनः सुचारू करने के लिए विभिन्न संवेदनशील स्थलों पर जेसीबी मशीनों व अन्य आवश्यक मशीने भी विभिन्न स्थानों में तैनात की गयी हैं। बताते चलें कि जनपद से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों के अर्न्तगत सिरोबगड़, भटवाड़ीसैण, सौड़ी, काकड़ागाड़, डोलिया देवी, तरसाली, मुनकटिया इत्यादि भूस्खलन सम्भावित क्षेत्र हैं। इनके अतिरिक्त सम्पूर्ण केदारनाथ धाम यात्रा का पैदल मार्ग भी बरसात के दिनों में काफी संवेदनशील हो जाता है। पुलिस के स्तर से जनपद के सभी थाना चौकियों में नियुक्त पुलिस बल को आपदा प्रबन्धन उपकरणों के साथ तैयारी की दशा में रखा गया है। इसके अतिरिक्त जनपद में एसडीआरएफ, अग्निशमन इकाई, जल पुलिस व स्थानीय जिला प्रशासन के स्तर से डीडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमों को भी तैनात किया गया है। पुलिस व प्रशासन के स्तर से पूर्व में ही जिला एवं तहसील स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्षों के दूरभाष नम्बर जारी किये गये हैं। पुलिस के स्तर से डायल 112 के साथ ही पुलिस कन्ट्रोल रूम का नम्बर 7579257572 जारी किया गया है। वहीं प्रशासन के स्तर से जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र में 01364-233727, 9558757335, 8218326386 सहित तहसील स्तर पर क्रमशः तहसील रुद्रप्रयाग 8394870506, तहसील जखोली 7409864459 तहसील उखीमठ 8273049249, तहसील बसु केदार 8859122192 नम्बर जारी किये गये हैं।
जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के स्तर से प्रतिदिवस कन्ट्रोल रूम में लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से सड़कों व यातायात की स्थिति पर नजर रखी जाती रही है।
आज लगातार हो रही बारिश के बीच जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग डॉ0 सौरभ गहरवार एवं पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डॉ0 विशाखा अशोक भदाणे ने भौतिक रूप से जनपद के केदारनाथ धाम की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 107 (रुद्रप्रयाग से गौरीकुण्ड) का निरीक्षण कर सड़क मार्ग को दुरूस्त रखे जाने हेतु लगे विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों, जेसीबी ऑपरेटरों व सुरक्षा व यातायात व्यवस्था बनाये रखने हेतु तैनात पुलिस बल को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। सभी को निर्देशित किया गया कि वे स्वयं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षात्मक उपकरणों हेलमेट, ग्लब्ज, बरसाती व अन्य जरूरी सामग्री से लैस होकर अपने कर्तव्य निर्वहन करेंगे व इस बात का भी ध्यान अवश्य रखा जाये कि कर्तव्य निर्वहन के दौरान कहीं भूस्खलन होने या चट्टान खिसकने का खतरा तो नहीं है। लगातार हो रही बारिश के कारण पुलिस चौकी फाटा क्षेत्रान्तर्गत स्थित डोलिया देवी नामक स्थान पर बाधित हुए मार्ग को बारिश रुकने पर खोले जाने के निर्देश दिये गये हैं। इस स्थल पर मार्ग के खुलने एवं बाधित होने की ऑंख मिचौली बनी हुई है।