By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: देश में छह साल में दोगुनी हुई कामकाजी महिलाओं की संख्या
Share
Notification Show More
Latest News
एईबीएएस गुड गवर्नेंस की दिशा में महत्वपूर्ण कदम :जस्सुभाई
उत्तराखंड
जवाहर नवोदय विद्यालय सैन्दवार में पूर्व छात्र सम्मेलन आयोजित
उत्तराखंड
किसानों की कमाई का नया फार्मूला: मिट्टी में कार्बन बढ़ाओ, आय भी बढ़ाओ
उत्तराखंड
पौड़ी में गुलदार ने एक और बनाया निवाला, इलाके में दहशत
उत्तराखंड
उत्तराखंड में शराब महंगी, शौकिनों को बड़ा झटका
उत्तराखंड
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > देश-विदेश > देश में छह साल में दोगुनी हुई कामकाजी महिलाओं की संख्या
देश-विदेश

देश में छह साल में दोगुनी हुई कामकाजी महिलाओं की संख्या

Web Editor
Last updated: 2025/10/13 at 5:29 PM
Web Editor
Share
3 Min Read
SHARE

Working Women in India Double in 6 Years: Boosting National Growth

Contents
Working Women in India Double in 6 Years: Boosting National Growthमहिला कार्यबल भागीदारी में अभूतपूर्व वृद्धि ब्रिक्स में महिलाओं की श्रम भागीदारी में भारत अग्रणीकानूनी सुरक्षा: मातृत्व से कार्यस्थल तकसरकारी योजनाएँ और कौशल विकास

नई दिल्ली, 14 अक्टूबर 2025: भारत विकसित भारत@2047 की ओर बढ़ते हुए महिलाओं को केवल कार्यबल का हिस्सा नहीं, बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास की निर्णायक शक्ति के रूप में देख रहा है। ग्रामीण कारीगर से लेकर शहरी उद्यमी तक, महिलाएं अब देश की आर्थिक कहानी में सक्रिय योगदान दे रही हैं।

महिला कार्यबल भागीदारी में अभूतपूर्व वृद्धि

सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, 2017-18 में महिला श्रम बल भागीदारी (LFPR) 23.3% थी, जो 2023-24 में बढ़कर 41.7% हो गई। 15 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं का श्रमिक अनुपात (WPR) भी 22% से 40.3% तक पहुंचा।
हालिया आंकड़ों में, जुलाई 2025 में WPR 31.6% और LFPR 33.3%, जबकि अगस्त 2025 में क्रमशः 32% और 33.7% दर्ज की गई। EPFO के पेरोल में 2024-25 में 26.9 लाख नई महिला सदस्य जुड़ीं, जो औपचारिक रोजगार में महिलाओं के बढ़ते कदम का संकेत है।

 ब्रिक्स में महिलाओं की श्रम भागीदारी में भारत अग्रणी

विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 2015-2024 के बीच भारत ने ब्रिक्स देशों में महिलाओं की श्रम भागीदारी में सबसे तेज़ वृद्धि दर्ज की है। जबकि ब्राज़ील, चीन और रूस में आंकड़े स्थिर हैं या गिरावट में, भारत ने 23% से अधिक उछाल दिखाया। यह बदलाव महिलाओं के कौशल, वित्तीय और उद्यमिता अवसरों से सीधे जुड़ा है।

कानूनी सुरक्षा: मातृत्व से कार्यस्थल तक

महिला कर्मचारियों के लिए भारत ने कई अहम कानून बनाए हैं:

  • मातृत्व लाभ अधिनियम (2017) – अवकाश 26 सप्ताह और शिशुगृह की सुविधा।
  • POSH अधिनियम 2013 – सुरक्षित कार्यस्थल और शिकायत निवारण समितियाँ।
  • समान पारिश्रमिक अधिनियम 1976 – समान कार्य के लिए समान वेतन।
  • सामाजिक सुरक्षा एवं व्यावसायिक सुरक्षा संहिता 2020 – स्वास्थ्य, सुरक्षा और सुविधाएँ।

सरकारी योजनाएँ और कौशल विकास

महिला सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएँ प्रभावी हैं

  • PMKVY – 45% लाभार्थी महिलाएँ।
  • PMMY – 68% लाभार्थी महिलाएँ।
  • स्टार्टअप इंडिया & स्टैंड-अप इंडिया – महिला नेतृत्व वाले उद्यमों का विस्तार।
  • नव्या, शी-बॉक्स, मिशन शक्ति – सुरक्षा, डिजिटल प्रशिक्षण और वन-स्टॉप सहायता।

महिलाओं की कार्यबल भागीदारी, उद्यमशीलता में तेज़ी और लैंगिक-संवेदनशील नीतियाँ यह दर्शाती हैं कि नारी शक्ति अब देश की प्रगति की निर्णायक शक्ति बन चुकी है।
ग्रामीण उद्यमियों से लेकर शहरी कॉर्पोरेट नेताओं तक, महिलाएँ भारत की आर्थिक और सामाजिक दिशा तय कर रही हैं। सुरक्षित और अवसर-समृद्ध कार्यस्थलों के माध्यम से, देश अपनी आधी आबादी की क्षमताओं को उजागर कर मज़बूत, समावेशी और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी भारत का मार्ग तैयार कर रहा है।

You Might Also Like

Kkkkk

 यहां महसूस कीजिए शाही मिजाज, अंदाज और स्वाद 

अब समुद्र के नीचे भी नहीं बच पाएगा दुश्मन 

चला गया अंग्रेजो के जमाने का जेलर 

इस रेलवे स्टेशन पर टिकटिंग से लेकर सिग्नलिंग तक सब महिलाओं के हाथ में 

TAGGED: and empowerment initiatives are driving this change., marking a historic rise in female workforce participation. Learn how government policies, Over the past six years, skill development, the number of working women in India has nearly doubled
Web Editor October 13, 2025
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article सुपर डिटेक्टिव जेम्स बॉन्ड से कम नहीं है कॉफ़ी, जानिए कैसे 
Next Article अतिक्रमण पर चला डंडा, खाली कराए फुटपाथ 
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

एईबीएएस गुड गवर्नेंस की दिशा में महत्वपूर्ण कदम :जस्सुभाई
उत्तराखंड December 18, 2025
जवाहर नवोदय विद्यालय सैन्दवार में पूर्व छात्र सम्मेलन आयोजित
उत्तराखंड December 16, 2025
किसानों की कमाई का नया फार्मूला: मिट्टी में कार्बन बढ़ाओ, आय भी बढ़ाओ
उत्तराखंड December 10, 2025
पौड़ी में गुलदार ने एक और बनाया निवाला, इलाके में दहशत
उत्तराखंड December 4, 2025

Recent Posts

  • एईबीएएस गुड गवर्नेंस की दिशा में महत्वपूर्ण कदम :जस्सुभाई
  • जवाहर नवोदय विद्यालय सैन्दवार में पूर्व छात्र सम्मेलन आयोजित
  • किसानों की कमाई का नया फार्मूला: मिट्टी में कार्बन बढ़ाओ, आय भी बढ़ाओ
  • पौड़ी में गुलदार ने एक और बनाया निवाला, इलाके में दहशत
  • उत्तराखंड में शराब महंगी, शौकिनों को बड़ा झटका

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,903)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,830)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (4,329)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (4,189)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (4,117)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?