डोईवाला (देहरादून): स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय जौलीग्रांट और बायोटेक कंसोर्टियम इंडिया लिमिटेड (बीसीआईएल) नई दिल्ली इनोवेशन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के क्षेत्र में मिलकर कार्य करेंगे। दोनों संस्थानों के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किये गए।
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) के अध्यक्ष डॉ.विजय धस्माना के दिशा-निर्देशन में कुलसचिव डॉ. मुकेश बिजल्वाण व बीसीआईएल की प्रबंध निदेशक डॉ. पूर्णिमा शर्मा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर एसआरएचयू के कुलपति डॉ. राजेन्द्र डोभाल ने कहा कि इस एमओयू से फैकल्टी और छात्रों के बीच नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को विकसित करने में गति मिलेगी। इसके अंतर्गत दोनों पक्ष प्रौद्योगिकी मूल्यांकन, लाइसेंसिंग समझौते, आईपी प्रबंधन और गुणवत्ता आश्वासन के उपायों के प्रावधान पर मिलकर कार्य करेंगे। डॉ. डोभाल ने प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और इसके व्यावसायीकरण के लिए अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, अनुसंधान और नवाचार के लिए नए रास्ते बनाने में इससे मदद मिलेगी।
बीसीआईएल की प्रबंध निदेशक डॉ. पूर्णिमा शर्मा ने नवाचार और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में मजबूत आईपी प्रबंधन और सार्वजनिक-निजी भागीदारी के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एसआरएचयू जो अपने अनुसंधान उत्कृष्टता और प्रौद्योगिकी विकास के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता है, प्रौद्योगिकियों के सफल हस्तांतरण के लिए आवश्यक तकनीकी विशेषज्ञता और जानकारी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।