देहरादून: मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत प्रख्यात और अग्रणी सामाजिक संस्था फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी को प्रतिष्ठित ‘कयोरियस क्रिएटिविटी अवॉर्ड’ द्वारा राष्ट्रीय स्तर का “बेबी ब्लू एलिफैंट” पुरस्कार हासिल हुआ है। यह पुरस्कार किसी संस्था को अपने कार्यक्षेत्र में प्रचार-प्रसार और नये रचनात्मक कार्यों और तरीकों के निष्पादन और नए और उन्नत परिणामों को प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिया जाता है। फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी को यह पुरस्कार को मानसिक स्वास्थ की जागरूकता के लिए किये गये अनूठे, नये, प्रभावी और निरंतर कार्यों के निष्पादन और बेहतर परिणामों को हासिल करने के लिए दिया गया है।
फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी के अध्यक्ष और प्रणेता मशहूर समाजसेवी व मनोवैज्ञानिक डॉ. पवन शर्मा (द साइकेडेलिक) ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य का विषय हमेशा से कलंक और शर्मिंदगी की भावना से जुड़ा रहा है इसलिए परंपरागत तरीकों से इसके प्रति जागरूकता का काम इच्छित परिणाम नहीं दे पाते हैं। संस्था ने अपने समर्पित, पेशेवर और अनुभवी सदस्यों के साथ कई नये तरीकों और मार्गों के द्वारा बहुत कम समय में मानसिक स्वास्थ्य की जागरूकता और बचाव के क्षेत्र में कई रोचक, अनूठे और प्रायोगिक माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य की जागरूकता के लिए कार्य किए। इसी पहल में संस्था द्वारा 82.5 कम्युनिकेशन के सहयोग से मानसिक रोग अल्जाईमर की जागरूकता और बचाव के लिए विशेष पोस्टरों को प्रिंट और डिजिटल माध्यम द्वारा जारी किया गया, जिसे बहुत सराहा गया। इसके साथ ही, प्रिंट व डिजिटल मीडिया, टीवी, रेडियो और समाचार पत्रों में लेखों के साथ ऑनलाइन व ऑफलाइन कार्यशालाओं व प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करके संस्था ने मानसिक रोगों के बारे में एक नये दृष्टिकोण को लेकर छात्रों, शिक्षकों, पेशेवरों, युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं और घरेलू व्यक्तियों को मानसिक स्वास्थ्य के लिए जागरूक किया। इस तरह के प्रयोग क्रांतिकारी बदलाव के सूत्रधार हैं। संस्था के कार्यों की सराहना राज्य, देश – विदेश हर कहीं हो रही हैं। डॉ. पवन शर्मा ने संस्था के सदस्यों, श्रीमती विभा भट्ट, श्रीमती भूमिका भट्ट, श्री राहुल भाटिया, एडवोकेट कुलदीप भारद्वाज, श्रीमती पूनम नोडियाल और श्रीमती सुनिष्ठा सिंह और अन्य सहयोगी संस्थाओं और व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया और बताया कि संस्था मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाएं पूर्णतया निशुल्क प्रदान करती है और कोई भी व्यक्ति संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में संपर्क करके सुविधा ले सकता है।