देहरादून : राजस्थान के मुख्य सचिव (सीएस) मॉनिटरिंग ग्रुप से सूचना लीक होने पर इस व्हाट्सएप ग्रुप से कई आइएएस अधिकारियों को रिमूव कर दिया गया है। इनमें एक आइएएस अधिकारी कुंजी लाल मीणा इन दिनों उत्तराखंड में टिहरी संसदीय सीट के सामान्य प्रेक्षक की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांशु पंत ने उन अधिकारियों को व्हाट्सएप ग्रुप से स्वयं हटने के निर्देश दिए थे, जो नियमित मॉनिटरिंग श्रृंखला का हिस्सा नहीं हैं। इसके बाद भी जब किसी अधिकारी ने ग्रुप नहीं छोड़ा तो एक-एक कर सीएस कार्यालय ने कई अधिकारियों को रिमूव करना शुरू कर दिया।
दरअसल, मुख्य सचिव सुधांशु पंत ने 15 मार्च को राजस्व वसूली को लेकर बैठक की थी। जिसमें उन्होंने राजस्व वसूली के आंकड़ों के प्रति चिंता व्यक्त की थी। साथ ही राजस्व वसूली बढ़ाने के निर्देश जारी किए गए थे। ये निर्देश विभागीय अधिकारियों, जिलाधिकारियों और संभागीय आयुक्तों को दिए गए थे। इसके बाद भी अपेक्षित प्रगति न होने पर मुख्य सचिव ने कुछ दिन बाद व्हाट्सएप ग्रुप में एक संदेश लिखा। मुख्य सचिव ने जो बातें लिखीं, वह तुरंत मीडिया में लीक हो गई।
ग्रुप की सूचना मीडिया में आ जाने के बाद मुख्य सचिव ने मैसेज लिखा कि सचिवालय के बाहर तैनात और जिला स्तर की मॉनिटरिंग व्यवस्था के अतिरिक्त, जो भी अधिकारी ग्रुप में हैं, वह यहां से हट जाएं। इसके बाद भी किसी अधिकारी ने ग्रुप नहीं छोड़ा। जिसके बाद मुख्य सचिव कार्यालय के एक अधिकारी ने विभिन्न अधिकारियों को रिमूव करना शुरू कर दिया। इस क्रम में कई वरिष्ठ आइएएस अधिकारी भी ग्रुप से हटाए गए।
इन्हें हटाया गया ग्रुप से
सुबोध अग्रवाल, कुंजी लाल मीणा, गौरव गोयल, रुकमणी रियार, अनुपमा जोरवाल, ह्रदयेश कुमार, हिमांशु गुप्ता, जितेंद्र सोनी, खजान सिंह, अनुप्रेरणा कुंतल, अर्चना सिंह, कुमार पाल गौतम, अपर्णा गुप्ता, बचनेश अग्रवाल, आशीष मोदी, मुक्तानंद अग्रवाल, नथमल डिडेल, प्रदीप गवंडे अदि शामिल हैं। बताया जा रहा है कि कुछ रिटायर्ड अधिकारियों को भी ग्रुप से बाहर किया गया है।