डोईवाला (देहरादून) : हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एचआईएमएस) जौलीग्रांट में विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं ने पोस्टर के माध्यम से हेपेटाइटिस से बचाव व उपचार की जानकारी दी।
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) के हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के माईक्रोबॉयलोजी विभाग में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्रों ने पोस्टर के माध्यम से हेपेटाइटिस की रोकथाम और उपचार के बारे में जानकारी दी। माइक्रोबॉयोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. बरनाली काकाती ने छात्रों को जानकारी देते हुए बताया कि हेपेटाइटिस लिवर से जुड़ी एक बीमारी है, जिसमें लिवर में सूजन आ जाती है और इसके कारण कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है। हेपेटाइटिस आमतौर पर वायरल इफेक्शन के कारण होने वाली समस्या है। इसके अलावा अत्यधिक अल्कोहल लेने की आदत, टॉक्सिन, कुछ दवाएं, दूषित भोजन और पानी, और किसी विशेष तरह की मेडिकल कंडीशन के कारण भी हेपेटाइटिस की समस्या हो सकती है। डॉ0 गरिमा मित्तल ने कहा कि विश्व हेपेटाइटिस दिवस पूरे विश्व में इट्स टाईम टू एक्ट थीम पर मनाया जा रहा है। जिसका उद्देश्य हेपेटाइटिस महामारी से निपटने के लिए समय पर उपचार और रोकथाम के बारे में लोगों को जागरूक करना है। निर्णायक मंडल में शामिल डॉ. दुष्यंत गौड, डॉ. सोहेब अहमद, डॉ. स्मिता चंद्रा ने छात्रों की ओर से तैयार किये गये पोस्टर के विषय में छात्र-छात्राओं से जानकारी हासिल की। इस दौरान छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ. आरती कोटवाल, डॉ. राजेन्द्र सिंह, डॉ. नुपुर कौल, डॉ. पीयूष कुमार रॉय, डॉ. अर्पणा सिंह आदि उपस्थित थे।