भारत चीन सीमा से सटे पिथौरागढ जिले में कैलास मानसरोवर यात्रा का प्रमुख पडाव है गुंजी
विमला जी, गुंजी की प्रधान बनती हैं तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी : हरीश रावत
देहरादून : भारत चीन सीमा से सटे पिथौरागढ जिले का गुंजी गांव यूं तो कैलाश मानसरोवर यात्रा का प्रमुख पडाव होने के कारण चर्चा में रहता है। लेकिन आज गुंजी आज गूंजी एक अलग वजह से चर्चा का केंद्र बना हुआ है। वजह है पूर्व आईपीएस अधिकारी विमला गुंज्याल। विमला गुंज्याल ने गुंजी गांव से ग्राम प्रधान के लिए नामांकन कराया। गांव के विकास को सर्वोपरि रखते हुए ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से तय किया कि उनके खिलाफ कोई चुनाव मैदान में ताल नहीं ठोकेगा। यानी उनका निर्विरोध निर्वाचन तय माना जा रहा है। ग्रामीण उत्साहित हैं। वे मानते हैं कि उनकी प्रशासनिक क्षमता और नेतृत्व कौशल का लाभ गांव को मिलेगा। गुंजी को योजनाओं के जमीनी क्रियान्वयन में मदद मिलेगी।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने अपने एक्स हैडिल पर कहा कि वाह, आज एक समाचार से राजीव गांधी जी जहां कहीं स्वर्ग में विराजमान होंगे उनकी आत्मा बहुत प्रसन्न होगी। उन्होंने संविधान संशोधन के जरिए पंचायती प्रणाली में प्रधानों, क्षेत्र पंचायतों और जिला पंचायतों को जो अधिकार दिये और उसके लिये वित्तीय व्यवस्था का प्राविधान किया। आज यदि आप ग्राम प्रधान बनते हैं, आपकी-गांव के लिए कुछ सोच है, अपने ब्लॉक के लिए कुछ सोच है तो आप इसको साकार कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि बहुत उत्साह वर्धक समाचार है। एक लब्ध प्रतिष्ठित IPS OFFICER जो प्रदेश पुलिस में शीर्ष तक पहुँची श्रीमती विमला गुंज्याल जी, अब गुंजी गॉव की प्रधान बन रही हैं। विमला जी, गुंजी की प्रधान बनती हैं तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। पंचायती व्यवस्था के लिए और मैं तो धारचूला के लोगों से प्रार्थना करूँगा कि यदि धारचूला की ब्लॉक प्रमुख की सीट अनूसूचित जाति के लिए आरक्षित नहीं है तो श्रीमती विमला गुंज्याल जी को सबको सर्वसम्मति से क्षेत्र पंचायत और फिर जिला पंचायत का सदस्य बनाना चाहिए।