देहरादून : रस्किन बॉन्ड एक विश्व विख्यात भारतीय लेखक है, जो अंग्रेजी भाषा में लिखते हैं। उन्होंने 500 से अधिक कहानियां, निबंध, कविताएं और उपन्यास लिखे हैं। उनका लेखन मुख्य रूप से बच्चों के लिए समर्पित है। उन्होंने पहला उपन्यास ”द रूम ऑन द रूफ” 1956 में 17 साल की उम्र में लिखा जिसके लिए उन्हें वर्ष 1957 में ”जॉन लेवेलिन राइस मेमोरियल पुरस्कार” से सम्मानित किया गया।
रस्किन बॉन्ड ने हमेशा उत्कृष्टता का लक्ष्य रखा। इसी के लिए उन्हें भारत सरकार द्वारा 1999 में पद्म श्री और 2014 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। उनका मानना है कि दीर्घायु न केवल स्वस्थ भोजन, व्यायाम पर निर्भर है बल्कि यह प्रियजनों के साथ घनिष्ठ और सकारात्मक संबंधों पर भी निर्भर करता है और बडे़ पैमाने पर शब्दों पर दोस्तों, सहकर्मियों और हर कोई जिनके साथ वह संपर्क में आते हैं।
डॉ. बी. के. एस. संजय जो देहरादून में रहते हैं, यह एक जाने-माने प्रसिद्ध ऑर्थोपीडिक सर्जन हैं, जिनका नाम उनकी विभिन्न चिकित्सीय और सामाजिक उपलब्धियों के लिए गिनीज वर्ल्ड बुक, लिम्का, इंडिया और इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। डॉ. संजय एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं जो न केवल अपने शल्य चिकित्सीय कार्य के लिए ही नहीं बल्कि लेखन कार्य के लिए भी जाने जाते हैं। डॉ. संजय को उनके उत्कृष्ट चिकित्सीय एवं सामाजिक सेवाओं के लिए 2021 में भारत सरकार द्वारा चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया जा चुका है।
डॉ. संजय ने अपनी प्रथम काव्य संग्रह ”उपहार संदेश का” लिखी है जिसे भारतीय ज्ञानपीठ और वाणी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया गया। डॉ. संजय अपनी प्रथम काव्य संग्रह को भारत के माननीय पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को भेंट कर चुके हैं। इस काव्य संग्रह का लोकार्पण उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया गया और पूर्व में कई बार इस काव्य संग्रह की परिचर्चा की जा चुकी है। डॉ. संजय ने पद्म भूषण रस्किन बॉन्ड को अपनी प्रथम काव्य संग्रह भेंट की और रस्किन बॉन्ड ने भी अपनी बहुचर्चित पुस्तक ”द गोल्डन ईयर्स” डॉ. संजय को भेंट की। उन्होंने पद्म श्री और पद्म भूषण से सम्मानित रस्किन बॉन्ड के साथ अपने विचार सांझा किए और इसी के साथ डॉ. संजय की बड़ी बहू स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. सुजाता संजय ने भी अपनी महिला स्वास्थ पुस्तक ”महिला दर्पण” रस्किन बॉन्ड जी को भेंट की। भेंट के दौरान श्रीमती भावना संजय, डॉ. प्रतीक संजय, नन्दिता एवं नशिता मौजूद थे। रस्किन बॉन्ड जी ने नन्दिता और नशिता को अपने हस्ताक्षर कर अपनी पुस्तकें भेंट की।