देहरादूनः आईएसबीटी सामूहिक दुष्कर्म के पांचों आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को दो दिन की कस्टडी रिमांड में लिया है। पुलिस इन आरोपियों से अब तक मिले साक्ष्यों की तस्दीक करने में जुट गई है। आरोपियों को सबसे पहले आईएसबीटी परिसर ले जाया गया। वहां पर गत 12 अगस्त को हुई घटना के संबंध में पूछताछ की गई। इसके बाद अब शनिवार को बस के चालक और परिचालक को दिल्ली ले जाया जाएगा। पुलिस ने दिल्ली और देहरादून के रास्ते में रुकने के सभी संभावित स्थानों के सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लिए हैं।
बता दें कि मामले की जांच कर रही एसआईटी ने बुधवार को पांचों आरोपियों को पुलिस कस्टडी में लेने के लिए कोर्ट में प्रार्थनापत्र दिया था। इस पर कोर्ट ने बृहस्पतिवार को सुनवाई की और सभी की दो दिन की कस्टडी रिमांड मंजूर कर ली। इस क्रम में पुलिस ने शुक्रवार को सुबह करीब 10 बजे आरोपियों को सुद्धोवाला जिला कारागार से अपनी अभिरक्षा (कस्टडी) में लिया। इसके बाद आरोपियों को आईएसबीटी लाकर पूछताछ की गई। करीब दो घंटे तक उनसे चौकी में भी पूछताछ की गई।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को दिखाकर जानकारी हासिल की है। पुलिस अभिरक्षा में सभी आरोपियों से रातभर पूछताछ की जा सकती है। इसके अलावा बस के चालक और परिचालक को पुलिस शनिवार को दिल्ली लेकर जाएगी। इस तरह आरोपियों को लेकर उस दिन हुई घटना के संबंध में पूछताछ की जाएगी।
गत 12 अगस्त की रात कश्मीरी गेट से रोडवेज की बस में ड्राइवर किशोरी को लेकर देहरादून आईएसबीटी पहुंचा था। आईएसबीटी परिसर में पार्किंग में खड़ी बसे में किशोरी से रोडवेज और अनुबंधित बसों के पांच ड्राइवर-कंडक्टरों ने बारी-बारी से गैंगरेप किया। इस मामले में बीते शनिवार को बाल कल्याण समिति की ओर से केस दर्ज किया गया। मामले में रोडवेज की अनुबंधित बस के ड्राइवर धर्मेंद्र कुमार, रवि कुमार, रोडवेज के ड्राइवर राजपाल, कंडक्टर देवेंद्र और कैशियर का काम कर रहे कंडक्टर राजेश कुमार सोनकर को गिरफ्तार किया जा चुका है।
दर्ज हो चुकी है एक जीरो एफआईआर
पीड़ित किशोरी ने अपने साथ पहले भी इस तरह की घटना का होना बताया था। इस आधार पर पुलिस ने पटेलनगर थाने में एक जीरो एफआईआर दर्ज की गई है। उत्तर प्रदेश पुलिस को ट्रांसफर किया गया है। बताया जा रहा है कि किशोरी इससे पहले भी कई बार अपने घर से जा चुकी है। ऐसे में उसके साथ इस तरह की घटना होने की आशंका जताई जा रही है। पीड़िता के बयानों के आधार पर पुलिस इस एफआईआर को संबंधित जिलों को ट्रांसफर कर रही है।